75 वीं गणतंत्र दिवस परेड का पहली बार आगाज 100 महिला कलाकार शंख, नगाड़ा और अन्य पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ हुआ | इसके अलावा, पहली बार तीनों सेनाओं की एक महिला टुकड़ी भी मार्च करती नज़र आई
ये शंख नगाड़े कहने को तो बड़ी ही समान्य बात है लेकिन मोदी सरकार अपना कोई भी काम बिना वोट बैंक को रखे नहीं करती कहने को ये हमेशा कहते है की हम किसी भी धर्म या समाज के तुष्टिकरण के लिए काम नहीं करते लेकिन शंख नगाडो से शुरुआत करके मोदी जी ने हिंदूवादी मानसिकता के लोगो को ये संदेश दिया है जैसे संसद में सैंगोल की स्थापना हुई , अशोक राष्ट्रिय चिन्ह अशोक चक्र को संसद से उखाड़ फेंका गया वैसे ही देश से लोकतंत्रवादी और समतावादी सविंधान को जल्द ही उखाड़न वाले है और देश को एक हिन्दू राष्ट्र घोषित कर दिया जाएगा .
वैसे एक बात हमे समझ लेनी चाहिए भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया जाए या नहीं लेकिन प्रैक्टिकल रूप में भारत हिन्दू राष्ट्र बन चूका है . बाकी लोगो को ये हिन्दू राष्ट्र इसलिए नहीं दिखाई देता क्योकि बाकी सबको इस हिन्दू राष्ट्र होने का कोई लाभ नहीं दिखाई देता बल्कि इसका फायदा एक ख़ास जाति को ही हो रहा है जिसको मंदिर से फायदा है उसकी को हिन्दू राष्ट्र से फायदा है बाकी सब देशवासी केवल हिन्दू राष्ट्र का नशा कर के फटेहाल में मस्त है इसलिए बाकी देश को ये हिन्दू राष्ट्र दिखाई नहीं देता
आप इस परेड का अंतरद्वंद देखिये इसको महिलाओं पर केन्द्रित करने की कोशिश की गई है ,इससे पहले मोदी सरकार ने महिलाओं को मुर्ख बनाने वाला महिला आरक्षण बिल भी पास किया गया है और अब गणतंत्र दिवस की परेड में उसी मुर्ख बनाने की प्रक्रिया का जश्न मनाया गया यानी हकीकत में कब महिला सामाजिक , आर्थिक , मानसिक शक्ति बनेगी कुछ पता लेकिन चर्चा पूरी तरह से मीडिया के माध्यम से हो रही है कि महिलाओं को आगे बढाया जा रहा है
मोदी सरकार किसी भी तरह देश के हर उत्सव को चुनावी कार्यक्रम से जोड़ कर ऐसा कुछ कर रही है आपने देखा ही होगा कि दुनिया में कही भी किसी भी देश के और भारत के इतिहास में ऐसा नहीं हुआ होगा कि किसी धार्मिक स्थल का उद्घाटन कोई राजनेता करे और उद्घाटन करने के बाद उस धार्मिक स्थल से चुनावी भाषण भी दे . लेकिन ये काम मोदी ने अयोध्या मंदिर से किया
फ्रांस के राष्ट्रपति मुख्य अतिथि, वहां का एक दस्ता भी करेगा मार्च
फ्रांस के राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि हैं. परेड में फ्रांस की 95 सदस्यीय मार्चिंग टीम और 33 सदस्यीय बैंड दल ने भी हिस्सा लिया लेंगे.
मेक इन इंडिया की ताकत देखने को मिली
गणतंत्र दिवस पर महिला शक्ति की ताकत के साथ ही मेक इन इंडिया की ताकत देश को देखने को मिली . भारतीय वायुसेना के 51 एयरक्राफ्ट ने इस बार समारोह में हिस्सा लिया 51 एयरक्राफ्ट में 29 लड़ाकू विमान, 8 परिवहन विमान और 13 हेलीकॉप्टर शामिल रहे . फाइटर विमानों में मिग-29, सुखोई-30, मिराज-2000, तेजस, एफ-16 और जगुआर शामिल रहे . परिवहन विमानों में सी-17, सी-130, एएन-32 आसमान में फ्लाईपास्ट करते नजर आएंगे. वहीं देश का पहल अटैक हेलीकॉप्टर प्रचंड फ्लाईपास्ट का हिस्सा होगा.हेलीकॉप्टरों में एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव, रुद्र, चिनूक भी शामिल रहे .भारतीय वायुसेना का सी-295 एयरक्राफ्ट पगणतंत्र दिवस की का पहली बार हिस्सा बनेगा.
48 महिला अग्निवीर को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल
सी-295 एक मल्टी रोल परिवहन विमान है, भारतीय वायुसेना ने इस बार 48 महिला अग्निवीरों को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया..पहली बार महिला अग्निवीरों की एक टुकड़ी मार्चिंग परेड में हिस्सा लिया , जबकि दूसरी टुकड़ी झांकी में शामिल होगी..गणतंत्र दिवस परेड में मेक इन इंडिया हथियारों पर जोर दिया गया .. परेड के दौरान स्वदेशी हथियारों जैसे एलसीएच प्रचंड हेलीकॉप्टर, पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर और एंटी टैंक मिसाइल नाग का प्रदर्शन किया …मेक इन इंडिया हथियारों में टी-90 टैंक, बीएमपी-2 इंफेंट्री कॉम्बैट वाहन, ड्रोन जैमर्स, एडवांस्ड सर्वत्र ब्रिज, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें का भी प्रदर्शन किया गया