मोदी की छूट ,अडानी की महालूट, घटिया कोयला बेचा ऊँचे दाम में

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नई दिल्ली ,टाउन हॉल टाइम्स  : England  NewsPaper  ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ ने कुछ दस्तावेजों का हवाला देकर एक खबर प्रकाशित की है। इसने खलबली मचा दी है। इसमें दावा किया गया है कि अडानी ग्रुप ने सार्वजनिक क्षेत्र की ‘तमिलनाडु जेनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन’ (टीएएनजीईडीसीओ) को कम गुणवत्ता वाला कोयला कहीं अधिक कीमत पर स्वच्छ ईंधन के नाम पर बेचा। हलांकि  जांच हो तो ऐसे कई मामले सामने आ सकते है

 राहुल गांधी ने इसे घोटाला करार देते हुए बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। उन्‍होंने कहा है कि ‘इस घोटाले’ के जरिये ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रिय मित्र’ ने कम गुणवत्ता वाले कोयले को तीन गुने दाम पर बेचकर हजारों करोड़ रुपये लूटे हैं। इसकी कीमत आम जनता ने बिजली का महंगा बिल भरकर अपनी जेब से चुकाई है।

Underground coal mining policy to be unveiled soon | Mint)

अम्बानी अडानी के लिए इस तरह के घोटाले और जोड़ तोड़ करना कोई  नया काम नहीं है बल्कि इनका साम्राज्य पूरा का पूरा हेरा फेरी पर ही खड़ा है ये बात अलग है की अलग अलग पार्टियां अपने मौके के हिसाब से  इनके खिलाफ और सहयोग में खड़ी नज़र आती है

क्‍या कहती है फाइनेंशियल टाइम्‍स की रिपोर्ट?

 इंग्लैंड के न्यूज़पेपर     फाइनेंशियल टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ग्रुप सरकारी बिजली कंपनी के साथ लेनदेन के दौरान घटिया किस्म के कोयले को कहीं ज्‍यादा महंगे स्वच्छ ईंधन के तौर पर बेचने में शामिल था। अखबार ने दावा किया उसकी रिपोर्ट साक्ष्यों पर आधारित है जो लंबे समय से चल रहे कोयला घोटाले के आरोपों पर नई रोशनी डालती है।  .

रिपोर्ट में कहा गया है  कि ऑर्गनाइज्‍ड क्राइम एंड करप्‍शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्‍ट (OCCRP) ने दस्‍तावेजों को सुरक्षित रखा है। फाइनेंशियल टाइम्‍स ने इन दस्‍तावेजों की समीक्षा की है।

https://x.com/RahulGandhi/status/1793179560168902972/photo/1

अखबार ने  एक महत्वपूर्ण  विषय को साथ जोड़ा है  कहा है कि भारतीय समूह से जुड़े भ्रष्टाचार के आरोप संभावित पर्यावरणीय आयाम जोड़ते हैं।  जो कि एकदम सही प्रतीत होते है , दस्तावेजों से पता चलता है कि संभवत    अडानी ग्रुप ने एयर क्‍वालिटी की कीमत पर धोखाधड़ी से बंपर मुनाफा कमाया हो। ऐसा इसलिए है क्योंकि बिजली के लिए निम्न-श्रेणी के कोयले का इस्‍तेमाल करने का मतलब है कि ईंधन का अधिक उपयोग होना।

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फाइनेंशियल टाइम्‍स की रिपोर्ट कहती है कि इनवॉयस से पता चलता है कि जनवरी 2014 में अडानी ग्रुप ने इंडोनेशियाई कोयले की एक खेप खरीदी थी। इसमें प्रति किलोग्राम 3,500 कैलोरी होने की सूचना दी गई थी। इस खेप को फिर तमिलनाडु जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी (टीएएनजीईडीसीओ) को 6,000 कैलोरी वाले कोयले के रूप में बेचा गया। इसे सबसे मूल्यवान ग्रेड में से एक माना जाता है। रिपोर्ट में संदेह जताया गया है कि ऐसा लगता है कि परिवहन लागत को ध्यान में रखते हुए अडानी ने शुरुआती निवेश से दोगुना से भी अधिक पैसा कमाया है।

रिपोर्ट कहती है कि भारत में हर साल 20 लाख से ज्‍यादा लोग आउटडोर एयर पलूशन के कारण मरते हैं। यह जानकारी द लैंसेट में प्रकाशित 2022 के एक अध्ययन पर आधारित है। इसके अलावा अन्य अध्ययनों से पता चला है कि कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्रों के बड़े दायरे में बाल मृत्यु दर में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।

इस बता का भी ध्यान रखना चाहिए कि तमिलनाडु ओड़िसा , झारखंड , वेस्ट बंगाल , छत्तीसगढ़ , मध्य प्रदेश , बिहार  ऐसे प्रदेश है  ज्या पर खनिजो के भंडार है और  इन संपदाओ की लूट के लिए  देश में एक पूरा लूटतन्त्र बना हुआ है जिसमे सभी शामिल है , इन इलाको में आदिवासिओ की नक्सल  के नाम पर हत्या एक आम बात है ,  वनों की कटाई आम बात है , जब यहाँ के मूलनिवासी यानी आदिवासी कुछ विरोध करते है तो उनमे से लगभग सभी को उठा कर जेल में डाल दिया  जाता है ,  इस देश की राजनीती केवल इन संपदाओ के लूट की कहानी है  जो आमतौर पर आम लोगो को नज़र नहीं आती और न ही दिखाई जाती है   और न ही बताई जाती है

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