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MCD Election 2022 वार्ड 143 का त्रिकोणीय मुकाबला यहाँ जीत नहीं आसान

सैद्धांतिक रूप से हर पार्टी  जातिवाद , धर्मवाद ,प्रांतवाद से अपनी दूरी बनाती है लेकिन चुनाव राजनीति के मध्य नज़र हर उस बात का  नफ़ा नुक्सान का आंकलन करती है जिससे   उसका फायदा होता है या  वोटो का घाटा हो सकता है , यही हाल दिल्ली में चल रहा है

एक तरफ भाजपा अपने सारे परम्परागत तरीके अपना कर MCD के चुनाव हर  हाल में जीतना चाहती है इसके लिए  भाजपा के पास दिल्ली में यमुना का मुद्दा है और आम आदमी पार्टी के भ्रस्टाचार को बहुत बड़ा मुद्दा बना रही है

 

वार्ड १४३ से भाजपा उम्मीदवार  सोनाली जो सराय काले खां का निवासी है और गुर्जर समाज यानी ओ बी सी समाज की प्रत्याशी है  ऐसे  जनसँख्या के आंकड़े तो   सपोर्ट नहीं करते लेकिन सामान्यजन यह मानते है इनका पलड़ा  भारी पड़ सकता है

दूसरी  तरफ नीतू सिंह जो भगवान नगर  जीवन नगर निवासी है  ये आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी है इनका राजनितिक बैकग्राउंड   श्रीमती सोनाली की तरह ही है यानी ये दोनों  निजी तौर पर चाहे  अपने अपने समाज में सक्रीय रही है

लेकिन एक हार्ड कोर राजनीती से इनका कोई सम्बन्ध नहीं  बल्कि दोनों अपनी अपनी पार्टी के मेनिफेस्टो पर ही काम कर रही है इसलिए  श्रीमती नीतू सिंह के पास आम आदमी पार्टी के कार्य है इसके आलावा  दोनों के पास ही अपने अपने क्षेत्र की लोकल समस्याए है

हलांकि आजकल जिस तरह आम आदमी पार्टी पर और इनके एम् एल ए पर जिस तरह के इल्जाम लगाए जा रहे है और कानूनी कार्यवाहियां हो रही है उससे लोगो के दिमाग दो हो सकते है , क्योकि इस  यहाँ के आम जन लोगो भी यह कहते है कि आम आदमी पार्टी के एम् एल ए  श्री प्रवीण कुमार भ्रस्टाचार में लिप्त हो गया है और आम आदमी की जगह अंगूर हो गया है  जो  आम आदमी से दूर हो गया है

इसके अलावा  तीसरा नाम कांग्रेस की श्रीमती दर्शना जाटव है  अगर इनके हिसाब से देखा जाए तो इनके जाटव समाज की बहुत बड़ी आबादी है इस क्षेत्र में लेकिन आम  जागरूक लोगो का मानना  है

कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि ये किस समाज से है बल्कि इस बात से जरूर फर्क पड़ेगा  की पिछले बीस सालो से पार्षद रही   श्रीमती दर्शना जाटव ने इस क्षेत्र में कितना काम किया है

जी हाँ यह बात बहुत ही महत्वपूर्ण है श्रीमती दर्शना जाटव ऐसी शक्तिशाली प्रत्याशी है कि जब पुरे देश में  मोदी नाम की लहर तूफ़ान और आंधी आई  तो न जाने कितने राज्यों में न जाने कितने नेता  शून्य पर ही आउट हो गए वैसे में भी श्रीमती दर्शना जाटव   इस क्षेत्र से जीतती आई है , हलांकि इनके विरुद्ध  रहने वाले लोग यह मानते है कि श्रीमती दर्शना जाटव ने  बहुत भ्रष्टाचार किया है ,  क्षेत्र सेवा के नाम पर इन्होने खुद की सेवा ज्यादा की है बिल्डर्स के साथ मिल कर काम किया है और जितना विकास होना चाहिए था  यहाँ पर उस तरह का काम नहीं हुआ  ,इस पुरे क्षेत्र में श्रीमती दर्शना जाटव और बिल्डर्स गिल्ड हावी है

https://www.youtube.com/watch?v=jkCOQpvaIRA

 

हलांकि चुनाव के दौरान भ्रस्टाचार , कामचोरी , काम पर ध्यान न देना किसी ख़ास जगह का विकास न करना  इस तरह के आरोप प्रत्याशियो पर लगते है लेकिन सबसे  बड़ी बात घूम फिर कर लोग इन्ही किसी एक प्रत्याशी को ही वोट देते है  अब इसके कारण धर्म के हो या जाति के लेकिन सबसे बड़ी गलती आम आदमी की होती है जो अपने वोट की कीमत नहीं जानता

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