टाउन हॉल टाइम्स :शीला दीक्षित को दो महीने में जेल में डालूँगा ,लोकपाल बनाऊंगा ,बंगला नहीं लूँगा, गाडी नहीं लूँगा ,जो भ्रस्टाचार करेगा वो जेल जाएगा , दिल्ली को राम राज्य के नियमो से चलाऊंगा
और अब इनका एक नया जुमला आया है दिल्ली की सेवा जेल में बैठ कर करूँगा
ऐसे जुमले दिल्ली के लोगो को और देश के लोगो को अच्छी तरह से याद होंगे जो अरविन्द केजरीवाल अक्सर बोला करते थे लेकिन जब सत्ता में आ गए तो इनको पता चला कि दिल्ली की सरकार के पास तो ऐसी शक्तियां है ही नहीं जो कानून बना सके वो भी इस तरह का यानी अरविन्द केजरीवाल को ये ही नहीं मालूम था कि दिल्ली का सविन्धानिक दर्जा क्या है ? यानी ये दिल्ली के लोगो को मुर्ख बना रहे थे , हलांकि खुद बहुत बड़े ही अज्ञानी थे
दिल्ली के रामलीला मैदान जिसमे लाखो लोग अन्ना आन्दोलन में आते थे सबको पानी , खाना चाय , वक्त पर मिलता था वो खर्चा कहा से आता था आजतक ये बात भी लोगो को समझ नहीं आई है ऐसा कहा जाता है अरविन्द केजरीवाल आरक्षण विरोधी दस्ता जिसको कांग्रेस और भाजपा दोनों का समर्थन प्राप्त थे इसका नाम यूथ फॉर इक्वलिटी था उसके माध्यम से आरक्षण का विरोध करते थे और आन्दोलन चलाते थे और धीरे धीरे संघ की आड़ में एक बड़ा आनोलं चला बैठे जिसके बाद जो लोग आन्दोलन में इनके विरोधी थे सबको बाहर निकाल दिया और चुनाव लड़ने लगे ये भी कहा जाता है कि अरविन्द केजरीवाल आर एस एस के करीबी रहे है यानी संघ के इशारे पर काम करते आये है
न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ़ इंडिया (NDPI ) के महासचिव श्री अरुण माजी ने से कहा कि इस तरह के हलात पर स्पष्ट नहीं है क्योकि सविंधान निर्माताओ ने ये शायद कभी नहीं सोचा होगा कि भारत की राजनीती को भाजपा ऐसे स्तर पर ले आएगी लेकिन यह जरूरी नहीं है कि मुख्यमंत्री जेल जाने से पहले इस्तीफा देगा लेकिन फिर भी आम आदमी पार्टी यह दावा कर रही है कि अगर प्रवर्तन निदेशालय अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करता है, तब भी वह अपने पद से इस्तीफ़ा नहीं देंगे और जेल से ही अपनी सरकार चलाएंगे, लेकिन यह कानूनी तौर पर कितना संभव है, यह सवाल सियासी गलियारों में उठने लगा है। आम आदमी पार्टी के विधायकों ने कथित तौर पर विधानसभा में बैठक कर यह प्रस्ताव पारित किया है। दिल्ली सरकार की वरिष्ठ मंत्री आतिशी मार्लेना और सौरभ भारद्वाज ने यह जानकारी मीडिया को दी है।
हलांकि मंत्रियों के मामले में ऐसे कई उदाहरण हैं जहां उन्हें गिरफ्तार किया गया, लेकिन इसके बाद भी वे अपने पद पर लंबे समय तक बने रहे। इस मामले में महाराष्ट्र सरकार के एक मंत्री के साथ-साथ दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन भी शामिल रहे हैं, जो जेल मंत्री रहते हुए भी तिहाड़ जेल में बंद थे।
लेकिन जब-जब किसी मुख्यमंत्री के गिरफ्तार होने की स्थिति आई है, मुख्यमंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफ़ा देकर नैतिकता के मापदंड को बरकरार रखा है। लालू प्रसाद यादव को जब चारा घोटाले में जेल जाना पड़ा, तो उन्होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया। इसी प्रकार जे. जयललिता ने जेल जाने से पहले ओ. पनीरसेल्वम को मुख्यमंत्री बनाया। बाद में जमानत पर आने के बाद ही उन्होंने मुख्यमंत्री पद स्वीकार किया।
यदि केजरीवाल के जेल जाने की संभावना बनती है, और वे अपने पद से इस्तीफ़ा नहीं देते हैं तो वे अलोकप्रिय हो सकते हैं। विपक्ष उन्हें उनके ही तथाकथित ‘ईमानदारी के सर्टिफिकेट’ पर घेर सकता है, जिसका उन्हें नुकसान होगा।
इसलिए दिल्ली की आम आदमी पार्टी चाहेगी ऐसी कोई अप्रिय घटना न हो लेकिन मोदी ऐसे नेता है जिनका सारा गिरेबान गंदा है विभत्स है उनका राजनितिक चरित्र अनैतित्क है भ्रष्ट है , और उनकी चाल धूर्तता से भरी पड़ी है इसलिए सेबी या ई डी की कार्यवाही लोकतान्त्रिक नहीं है बल्कि ये संस्थाए एक गुलाम की तरह काम आकर रही है इस वक्त के पुरे हलात देश में अराजकता को दर्शा रहे है जो देश के भविष्य के लिए खतरा है इसलिए मोदी सरकार का रहना मोदी का सत्ता में रहना इस देश के लिए बहुत घातक है
श्री हर्ष गौतम सुप्रीम कोर्ट के वकील और न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ़ इंडिया के वरिष्ट संस्थापक सदस्य का कहना है अगर दिल्ली सरकार के पास बहुमत न हो या नेता का संकट उबर जाए तो राज्यपाल उस केस में राष्ट्रपति को इस बात की सूचना दे सकता है लेकिन यह संभव नहीं क्योकि दिल्ली सरकार केजरीवाल से इस्तीफा लेकर दूसरा मुख्मंत्री बना कर इस संकट को टाल सकती है इसलिए बाकी सरकार को कोई खतरा नहीं होगा
भाजपा नेताओं का कहना है कि जनता यह जानती है कि अरविंद केजरीवाल 368 करोड़ रुपये के शराब घोटाले के ‘मास्टर माइंड’ हैं। उन्हें उन पैसों का हिसाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह पहला मामला नहीं है। अभी मुख्यमंत्री आवास में हुए घोटाले की जांच भी जारी है। उस मामले में भी मुख्यमंत्री को जेल की हवा खानी ही पड़ेगी लेकिन सबसे बड़ी बात गुजरात पोर्ट में बीस हजार करोड़ की ड्रग किसकी है ये नहीं बताती भाजपा अम्बानी अडानी पर मोदी जी इतनी मेहरबानी क्यों करते है ? इसके अलावा ऐसे हजारो मामले है जिसमे भाजपा का भरष्टाचार भरा पड़ा है लेकिन जांच एजेंसिया केवल विपक्ष के नेताओं पर ही छापे मार रही है
दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी मार्लेना ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार झूठे आरोप लगाकर दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार को गिराना चाहती है। विधायकों के बाद अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के पार्षदों के साथ भी बैठक करने वाले हैं, जहां पार्षद उनसे इस्तीफ़ा न देने की अपील करेंगे।
आम आदमी पार्टी नेताओं का कहना है कि ये भाजपा का अंतिम समय है और इसके बाद भाजपा के सभी नेता जेल ही जाएंगे क्योकि इनके सारे हाथ ही नहीं मूह भी काले है