इंदोर में एक  पेड़ माँ के नाम ,हरित अभियान की नौटंकी ,अडानी का 11 लाख  पेड़ दान कोरा पाखंड, हसदेव में लाखो पेड़ काटे , बिहार झारखंड , दिल्ली में पेड़ो की कटाई

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इंदोर में एक  पेड़ माँ के नाम ,हरित अभियान की नौटंकी ,अडानी का 11 लाख  पेड़ दान कोरा पाखंड, हसदेव में लाखो पेड़ काटे , बिहार झारखंड , दिल्ली में पेड़ो की कटाई 

टाउनहॉल टाइम्स , रविवार को पर्यावरण बचाने की भाजपा की नौटंकी सामने आई जिसमे ग्याह्रह लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है जो अडानी द्वारा दान दिए जायंगे और एक ही दिन में इंदौर  Indore में रविवार को एक साथ 11 लाख पौधे लगाने का विश्व रिकार्ड केंदीय मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में बना दिया गया  ये पेड़ कितना जिन्दा रहंगे इनकी देख भाल कैसे होगी ये बात किसी ने नहीं बोली बस अपने मीडिया कवरेज  और राजनीती में मशगूल है

आइये  अब इस अभियान की हकीकत जान लेते है कि सरकार और अदालते हमारे देश में वातावरण को लेकर ग्लोबल वार्मिंग को लेकर कितने सचेत है

लोकसभा Parliament  में सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार , 2016 से 2019 के बीच वन संरक्षण अधिनियम (FCA) के तहत 76 लाख से अधिक पेड़ों को गिराने की अनुमति मांगी गई थी। इन 3 वर्षों में 12.12 लाख पेड़ों को गिराने की अनुमति के साथ तेलंगाना इस सूची में सबसे ऊपर है। सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों का एक और सेट बताता है कि 2014 और 2019 के बीच 1 करोड़ से अधिक पेड़ों को गिराने की अनुमति मांगी गई थी। हालांकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि ये केवल संख्याएँ हैं जहाँ वन संरक्षण अधिनियम (FCA) के तहत अनुमति मांगी गई थी। विभिन्न राज्य कानूनों के तहत काटे गए पेड़ों का डेटा केंद्रीय रूप से नहीं रखा जाता है, हालांकि विभिन्न राज्य कानूनों के तहत कई और पेड़ काटे गए होंगे।

इसके अलावा पिछले सालो में आरे के जंगल काटे गए जिन्हें मुंबई का फेफड़ा कहा जाता है जिसे मेट्रो यानी अम्बानी की सहूलियत के लिए काटा गया

इसी तरह अडानी की सहूलियत के लिए हसदेव  Hasdev Forest में लगभग एक लाख से ज्यादा पेड़ काटे गए  एक रिपोर्ट के अनुसार  जो नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने हसदेव अरण्य क्षेत्र में पेड़ों की कटाई पर रिपोर्ट मांगी थी. साय सरकार ने रिपोर्ट एनजीटी को सौंपी है. रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि हसदेव अरण्य क्षेत्र में 98 हजार पेड़ काटे गए हैं.ये बात ध्यान रखनी होगी कि ये सरकारी आंकड़े है जबकि असलियत में ये संख्या लाखो में है ,और इसमें तीस हजार हेक्टर लैंड पर से पेड़ काटे गए है

इसी तरह पिछले दिनों  दिल्ली के रिज एरिया में हजारो पेड़ काटे गए और इसी दौरान जब  आम लोगो में ये बात ज्यादा   फैलने लगी और प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने अपने चिर परिचित राजनितिक अंदाज में एक पेड़ माँ के नाम का सगूफा छोड़ दिया जिसे मीडिया उछालने में लगा है याने ध्यान हटाने में लगा है

इंदोर में गृह मंत्री अमित शाह जी  AMit Shah ने कहा मंत्री शाह ने कहा कि पर्यावरण की चिंता विश्व को है। ओजन लेयर में Ozon Layer  बड़े-बड़े छेद हो गए हैं। मध्य प्रदेश देश का फेफड़ा है। यह देश को ऑक्सीजन  Oxyzen देता है। इस प्रदेश में 30 परसेंट वन क्षेत्र है। पूरे देश का 12 परसेंट ग्रीन कवरेज इस प्रदेश में है। हलांकि ये बात समझ से एकदम परे हो जाती है कि सरकार के लोग इतनी बेहरमी से ऐसा सब कैसे कर पाते है , इनका मकसद सिर्फ अपने पूंजीपति मित्रो के हितों को साधना है बाकी आम जनता से इनका कोई लेना देना नहीं है ,

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अडानी का ग्यारह लाख पेड़ दान करना  Adani Donate 11 lacs saplings  का मतलब अपने आपको समाजिक कार्य में शामिल होना दिखाना है अपने आपको देशभक्त दिखाना है और सबसे बड़ी बात देश को मुर्ख बनाना है ..

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सीएम बोले- मालवा का पुराना स्वरूप वापस लाना है
इस मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इंदौर जो करता है अलग हटके करता है, इसलिए इंदौर की देश में अलग पहचान है। उन्होंने कहा कि मालवा के लिए कहावत थी कि मालव माटी गहन गंभीर, पग पग रोटी डग डग नीर, लेकिन काल के प्रवाह में मालवा से पेड़ कम होते गए। अब इंदौर ने मालवा का पुराना स्वरूप लौटने का ठाना है। पेड़ लगाना सबसे बड़ा पुण्य का काम है।

   और सबसे बड़ी बात जो इस तरह के अभियान में मायने रखती है कि इसके लिए पैसा मिलेगा
इंदौर में 51 लाख पेड़ लगाने के अभियान के लिए प्रदेश सरकार ने 20 करोड़ दिए है, जबकि 25 करोड़ के पौधे विभिन्न समाज, खेल, धार्मिक और अन्य संगठन, संस्थान और कंपनियां लगा रही हैं। अन्य विभाग ने भी दस करोड़ से ज्यादा के पौधे खरीद कर लगाए हैं। अगर इन सबकी जांच कर ली जाए तो बाते कुछ और ही सामने आ जाएंगी

Fraud in Indore

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