हलात नई दिल्ली:टाउन हॉल टाइम्स राज्यसभा और लोकसभा में अब तक 143 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। लोकसभा में हंगामे पर स्पीकर ने अलोकतांत्रिक सनकी कार्रवाई करते हुए 33 सांसदों को निलंबित कर दिया जबकि राज्यसभा में सभापति ने 45 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड कर दिया।
विपक्ष के सांसद सैंड पर हुए हमले के विरोध में हंगामा कर रहे थे और कार्यवाही की मांग कर रहे थे
निलंबित सांसदों में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हैं। इसके अलावा राज्यसभा में कांग्रेस के जयराम रमेश को भी निलंबित कर दिया गया है। स्पीकर ने सभी सांसदों को शीतकालीन सत्र के बचे हुए कार्यदिवस के लिए निलंबित कर दिया गया है।
लोकसभा में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने विपक्षी सदस्यों को निलंबित करने की मांग रखी। इसके बाद स्पीकर ने तुरंत कार्यवाही करते हुए इन सदस्यों को सस्पेंड कर दिया। लोकसभा में गत शुक्रवार को 14 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। इस प्रकार राज्यसभा और लोकसभा मिलाकर कुल 92 विपक्षी सांसदों को निलंबित किया जा चुका है। इनका कुसूर सिर्फ इतना था कि ये संसद की सुरक्षा को लेकर गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के ब्यान की मांग कर रहे थे
सांसदों को निलंबित करने के बाद लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। गौरतलब है कि स्पीकर ओम बिरला ने सभी सदस्यों से सदन में प्लेकार्ड यानी तख्तियां नहीं लाने का आग्रह किया था। लेकिन संसद की सुरक्षा में चूक के मामले पर विपक्षी सांसद लगातार तख्तियां आसन के सामने दिखा रहे थे। यही नहीं, लोकसभा में विपक्षी सांसद अब्दुल खालिक, विजय वसंत और के जयकुमार के मामले को प्रिवलेज कमिटी को भेज दिया गया है।.
राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, के सी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला को भी निलंबित कर दिया है। राज्यसभा सभापति ने प्लेकार्ड दिखाने को लेकर ये सनकी फैसला लिया है।
संसदीय इतिहास के इस काले दिन पर विपक्ष काफी नाराज और गुस्से में है इनका कहना है कि इस सरकार ने पूरी तरह से तानशाही तरीके अपनाए हुए है
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार का काम है सदन चलाना। हमें निलंबित करके आवाज दबाई जा रही है। वहीं, कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा कि सरकार हमारी आवाज दबाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सरकार गृह मंत्री अमित शाह को बचाना चाहती है। चौधरी ने कहा कि हम पिछले दो दिन से अपने पहले निलंबित किए गए सांसदों का निलंबन खत्म करने की मांग कर रहे थे। हम संसद में सुरक्षा चूक पर बहस की मांग कर रहे थे।लेकिन सरकार अपनी मनमानी पर अडिग है ये लोग तानाशाह चुके है